हरियाणा न्यूज : 24 जनवरी को हरियाणा वर्करस अपनी इन मांगों को लेकर करे गए चक्का जाम
आजाद गिल ने कहा कि कर्मचारियों की जायज मांगों को लेकर सांझा मोर्चा पिछले काफी समय से आंदोलनरत रहा है। सांझा मोर्चा की 30 सूत्रीय मांगपत्र पर सरकार के साथ कई बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन उसे हर बार नकार दिया जाता है। जो कर्मचारियों की जायज मांग थी, सरकार ने भी उन मांगों को लागू करने का सांझा मोर्चा को आश्वासन दिया था।
वो भी आज तक धरातल पर लागू नहीं हो पाई। चाहर ने बताया कि 24 दिसंबर 2023 को कर्मचारियों ने करनाल के अंदर मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय का घेराव किया, जिसमें वहा के अधिकारियों द्वारा लिखित में 10 जनवरी से पहले सांझा मोर्चा के साथ बैठक करने का लिखित में पत्र दिया था परंतु मंत्री ने सांझा मोर्चा के साथ अभी तक बात करना भी मुनासिब नहीं समझा।
उन्होंने बताया कि बात चाहे कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की बात हो, चालक-परिचालक के वेतन विसंगति को दूर करने की या रोडवेज में लगे डी ग्रुप के कर्मचारियों को प्रमोशन देने का मामला हो या 2016 के चालकों को पक्का करना, पुरानी पेंशन नीति बहाल करना, कर्मचारियों के अर्जित अवकाश की बात हो, किसी पर भी सुनवाई नहीं की गई।
चाहर ने बताया कि सरकार हिट एंड रन का जो काला कानून लेकर आई है, जो कि सभी ड्राइवरों पर लागू होता है, चाहे वह मोटरसाइकिल का ड्राइवर हो, ऑटो ड्राइवर हो, कार ड्राइवर हो, बस ड्राइवर हो या ट्रक ड्राइवर हो। यह काला कानून सभी पर लागू होता है, आम जनता पर लागू हो रहा है।
सांझा मोर्चा इसका भी पुरजोर विरोध करता है। हरियाणा रोडवेज और हरियाणा रोडवेज आम जनता से अपील करती है कि इस काले कानून का विरोध करो सडक़ों पर उतरें, ताकि यह काला कानून वापस हो सके। चाहर ने बताया कि इन सभी मांग व मुद्दों को लेकर सरकार गंभीर नहीं होती।
राज्य कमेटी सांझा मोर्चा को वार्तालाप के लिए नहीं बुलाती तो राज्य कमेटी सांझा मोर्चा मीटिंग बुलाकर 24 जनवरी की हड़ताल को अनिश्चितकालीन हड़ताल में बदल सकता है। सांझा मोर्चा ने आह्वान किया है की आने वाली 24 जनवरी को पूरे प्रदेश भर का चक्का जाम किया जाएगा।